बुढ़ापे में शारीरिक गतिविधि और मानसिक उत्तेजना का महत्व: डॉ. अमित कुमार गुप्ता, के अनुसार

बुढ़ापा एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। Dr. Amit Kumar Gupta, MBBS, MS General and Laproscopic Surgeon के अनुसार, “शारीरिक गतिविधि और मानसिक उत्तेजना बुढ़ापे में स्वस्थ रहने के लिए दो महत्वपूर्ण कारक हैं।”

शारीरिक गतिविधि का महत्व

Dr. Amit Kumar Gupta के अनुसार, “शारीरिक गतिविधि न केवल शरीर को स्वस्थ रखती है बल्कि मन को भी तरोताजा करती है।” बुढ़ापे में नियमित रूप से व्यायाम करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, जैसे कि –

  • हृदय स्वास्थ्य : व्यायाम हृदय को मजबूत बनाता है और हृदय रोग के खतरे को कम करता है।
  • मधुमेह : व्यायाम रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और मधुमेह के खतरे को कम करता है।
  • हड्डियों का स्वास्थ्य : व्यायाम हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है।
  • वजन नियंत्रण : व्यायाम वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • मूड : व्यायाम एंडोर्फिन नामक रसायनों को छोड़ता है जो मूड को बेहतर बनाते हैं और अवसाद को कम करते हैं।
  • नींद : नियमित व्यायाम नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है।

Dr. Amit Kumar Gupta के अनुसार, “बुजुर्गों को हल्के-फुल्के व्यायाम जैसे चलना, योग, तैराकी आदि करने चाहिए।”

मानसिक उत्तेजना का महत्व

Dr. Amit Kumar Gupta के अनुसार, “मानसिक उत्तेजना बुढ़ापे में दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है।” मानसिक उत्तेजना से दिमाग की कोशिकाओं को सक्रिय रखने में मदद मिलती है और डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।

मानसिक उत्तेजना के लिए कुछ गतिविधियाँ हैं –

  • पढ़ना : किताबें, समाचार पत्र या पत्रिकाएँ पढ़ना दिमाग को सक्रिय रखने का एक अच्छा तरीका है।
  • शतरंज या अन्य खेल खेलना : शतरंज, सुडोकू या अन्य मानसिक खेल दिमाग को तेज रखने में मदद करते हैं।
  • नई भाषा सीखना : नई भाषा सीखना दिमाग को चुनौती देता है और उसे तेज बनाता है।
  • संगीत बजाना या गाना : संगीत बजाना या गाना दिमाग को शांत करता है और तनाव कम करता है।
  • सामाजिक गतिविधियाँ : दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।

Dr. Amit Kumar Gupta के अनुसार, “मानसिक उत्तेजना से न केवल दिमाग स्वस्थ रहता है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ता है।”

Dr. Amit Kumar Gupta, MBBS, MS General and Laproscopic Surgeon के अनुसार, “शारीरिक गतिविधि और मानसिक उत्तेजना बुढ़ापे में स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।” नियमित रूप से व्यायाम करने और मानसिक रूप से सक्रिय रहने से आप कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।

अस्वीकरण – यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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